यूपी के झाँसी में हुआ असद का एनकाउंटर। आपको बता दे कि असद अहमद और उसके साथी को यूपी एस. टी.एफ. ने मार गिराया है। असद अहमद माफिया अतीक अहमद का बेटा था। असद अहमद वकील उमेश पाल की हत्या के मामले में शामिल था।आपको बता दे गैंगस्टर से नेता बने अतीक अहमद पहले ही इस मामले में जेल में है।
क्या है पुरा मामला?
असद अहमद और उसका साथी गुलाम दोनो ही वांटेड थे वकील उमेश पाल के हत्या के केस में। दोनों नामो पर 5 -5 लाख का इनाम भी रखा गया था। जिसे यूपी के स्पेशल टास्क फोर्स ने मार गिराया। दोनों बदमाशो को झाँसी में बिना नंबर के एक मोटरसाइकिल पर जाते हुए मारा गया। एक ब्रिटिश बुलडॉग रिवाल्वर 455 और P88 7.63 पिस्टल दोनो के पास से बरामद किया गया है। यह घटना उस दिन घटित हुई जब अतीक अहमद और उसके भाई खालिद अजीम उर्फ असरफ को प्रयागराज कोर्ट में पेश किया जा रहा था।
उमेश पाल की हत्या।
आपको बता दे उमेश पाल पेशे से वकील थे साथ ही साथ बहुजन समाज पार्टी के विधायक राजू पाल के हत्या के गवाह थे जिसमें अतीक अहमद आरोपी था। 24 फरवरी को उमेश पाल और उनके दो सुरक्षा गार्ड को उनके घर के बाहर प्रयागराज में मार दिया गया। 25 फरवरी को उमेश पाल की पत्नी जया पाल के द्वार एक एफ.आइ.आर दर्ज कराई गई। जिसमें आरोपी थे अहमद, असरफ और पुरा परिवार। एफ.आइ.आर आईपीसी धारा 147,148,149,302,307 और 506 के तहत करी गई जिसमें दंगे, घातक हथियारों से दंगे,हत्या, हत्या का प्रयास, आपराधिक धमकी शामिल है।
उमेश पाल पूजा पाल के चचेरे भाई थे, जो राजू पाल की विधवा हैं। और उमेश पाल मुख्य गवाह था।उमेश पाल ने कई बार अतीक अहमद की ओर से चेतावनी का दावा किया। उमेश पाल हत्याकांड में सीसीटीवी कैमरे में कैद हुए थे 5 लोग। वे थे विजय चौधरी, असद अहमद, गुड्डू मुस्लिम, गुलाम और डाइवर अरबाज। उनमें से 4 ने एक-एक करके यूपी पुलिस ने एनकाउंटर में मार गिराया। अब देखना ये होगा की आगे निशाने पर गुड्डू मुस्लिम होगा या नहीं।