G20 महत्वपूर्ण अंतर्राष्ट्रीय मंच है जो सर्वदलीय महत्वपूर्ण मुद्दों पर चर्चा करता है और वैश्विक आर्थिक सहयोग को बढ़ाने का प्रयास करता है। यह आठ देशों के आधार पर संगठित है, जिनमें से एक भारत है। हाल ही में, एक नया मंच गठित किया गया है, जिसे G21 के रूप में जाना जाता है और भारत के सोच को इस मंच में महत्वपूर्ण भूमिका मिलेगी।
G21 एक उद्यमी मंच है जिसमें 21 देश शामिल हैं और इसका उद्घाटन G20 के अगले सम्मेलन पर होने की उम्मीद है। इस मंच का उद्देश्य विश्वास और विश्वसनीयता को बढ़ावा देना है, जो वैश्विक आर्थिक परिस्थितियों में महत्वपूर्ण है। इस मंच के माध्यम से भारत अपने दृष्टिकोण को बढ़ा सकेगा और उच्च स्तरीय समझौतों में सक्रिय भूमिका निभा सकेगा।
भारत की सोच G21 को सकारात्मक परिवर्तन, विश्वासपूर्ण सहयोग और समानता की दिशा में मजबूती देने पर केंद्रित है। भारत चाहता है कि G21 दुनिया की मुख्य आर्थिक शक्तियों के समूह के रूप में एक एकत्रित मंच के रूप में कार्य करे। इसके माध्यम से, भारत विकासशील और विकासहीन देशों के बीच सहयोग और समरसता को बढ़ाने की कोशिश कर रहा है।
भारत अफ्रीका की शामिली को भी ग21 में महत्वपूर्ण मानता है। भारत को यह महत्वपूर्ण है कि अफ्रीका की आवाज को सुना जाए और उसके मामलों पर गहरी चर्चा हो। अफ्रीकी देशों के साथ गहरी संबंधों का विकास करके, भारत विश्व में एक उदार और समावेशी मंच का नेतृत्व कर रहा है। एस.जयशंकर ने कहा G21 को आर्थिक संबंधों, आर्थिक न्याय, समानता और विकास के लिए महत्वपूर्ण मंच के रूप में दर्शाने की बात कही है। उन्होंने भी बताया कि अफ्रीकी देशों की गरिमा और योगदान को ध्यान में रखते हुए G21 को और मजबूत बनाने की चुनौती प्राप्त होगी।