संस्था “दानपात्र” द्वारा टेक्नोलॉजी का प्रयोग कर दानपात्र ऐप के माध्यम से घर के पुराने सामान को कलेक्ट कर उपयोग लायक बनाया जा रहा युवाओं की ये टीम पहुंचा चुकी अब तक लाखों बेसहारा परिवारों तक मदद साथ ही “वर्ल्ड बुक ऑफ़ रिकॉर्ड” के साथ साथ दो बार “इंडिया बुक ऑफ रिकॉर्ड” में भी “दानपात्र” का नाम दर्ज किया गया है
“दानपात्र” क्या है कैसे हुई इसकी शुरुआत ?
“दानपात्र” एक ऑनलाइन निःशुल्क ऐप है जिसकी मदद से घरों में उपयोग में न आ रहे सामान जैसे कपड़े ,खिलोने ,किताबें ,जूते ,बर्तन इलेक्ट्रॉनिक आइटम्स , फर्नीचर एवं अन्य सामान को कलेक्ट कर उपयोग लायक बना जरूरतमंद परिवारों तक पहुँचाया जाता है इस प्लेटफॉर्म की शुरुआत 10 मार्च 2018 में इंदौर से की गयी थी जिससे अब तक सेवा कार्य कर 15 लाख से ज्यादा जरूरतमंद परिवारों तक मदद पहुंचाई जा चुकी है एवं लगभग 1.5 लाख से ज्यादा शहरवासी इस प्लेटफॉर्म से जुड़ चुके है इस प्लेटफॉर्म से 7 हजार से ज्यादा वालंटियर्स जुड़े हुए है जो अपना समय देकर सहयोग करते है “दानपात्र” की पारदर्शिता से कार्य करने की वजह से देश के साथ साथ विदेशों से भी लोग सामान डोनेट कर रहे है “दानपात्र” के माध्यम से कोई भी व्यक्ति घर बैठे सिर्फ एक फ़ोन कॉल पर या “दानपात्र” ऐप में रिक्वेस्ट डालने पर सामान डोनेट कर सकता है “दानपात्र” टीम के सदस्यों द्वारा सामान कलेक्ट किया जाता है और फिर उसे फ़िल्टर कर जरूरतमंद परिवारों तक पहुँचाया जाता है साथ ही उसका फोटो, वीडियो “दानपात्र” के सोशल मीडिया पेजेस पर जाकर अपलोड कर दिया जाता है जिससे जिसने भी सामान डोनेट किया है वह देख सकें की उसका दिया सामान किस जरूरतमंद परिवार तक पहुंचा है |
“दानपात्र” देने वाले और लेने वालों के बिच सेतु बनकर दोनों की ही मदद कर रहा है इससे घरों में उपयोग में न आ रहे सामान को फेंकने से बचा कर जरूरतमंद परिवारो तक पहुँचाकर उनकी मदद की जा रही है जिससे समाज में कई सकारात्मक बदलाव आ रहे है। संस्था के सदस्यों द्वारा कोरोनाकाल में भी बिना रुके सतत कार्य कर लगभग 50 हजार से ज्यादा जरूरतमंद परिवारों तक राशन किट एवं अन्य जरुरत का सामान पहुंचाकर उनकी मदद की गयी | टीम से जुड़े वालंटियर्स का कहना है की हमारे लिए यह बहुत जरूरी है कि हम समाज से कुछ ले रहे हैं तो उसके बदले में उसे क्या लौटा रहे हैं। और इस तरह का प्लेटफॉर्म मिलने से सही व्यक्ति तक मदद पहुँचाना बहुत ही आसान हो गया है और इस तरह के इनिशिएटिव से हम सभी को जुड़कर मदद के लिए जरूर आगे आना चहिये , “दानपात्र” से लगातार अलग अलग प्रोफेशन से जुड़े लोग वालंटियर्स के रूप में जुड़ते जा रहे है इनमे कई तो उच्च पदों पर पदस्थ अधिकारी है |
दानपात्र शुरू होगा जल्द ही पूरे भारत में
इंदौर के साथ साथ दानपात्र देश के 7 अलग अलग शहरों में शुरू किया जा चुका है जल्द ही यह पूरे भारत में शुरू किया जायेगा जिससे ज्यादा से ज्यादा जरूरतमंद परिवारों की मदद हो सके
बेकार कुछ नहीं है
बेकार कुछ नहीं है बस जरुरत है की हमें पता होना चहिये की बेकार सामान को किस तरह उपयोग में लाया जा सकता है जो लोग पुराने सामान को बेकार समझ कर फेंक दिया करते है उनके लिए “दानपात्र” प्रेरणा है की किस तरह टेक्नोलॉजी का प्रयोग करके पुराने सामान को रीसायकल कर लाखों लोगो की मदद की जा सकती है उनकी जिंदगी को बेहतर बनाया जा सकता है
आप भी जुड़ सकते है “दानपात्र” से
आप भी अपने उपयोग में न आ रहे पुराने सामान को डोनेट करके या फिर वालंटियर बनकर “दानपात्र” से जुड़ सकते है इसके
लिए आप “दानपात्र” के हेल्पलाइन नंबर 6263362660 ,7828383066 पर संपर्क कर सकते है
“दानपात्र” टीम द्वारा हाल ही में दिवाली के उपलक्ष्य में मिशन 251k पूरा किया गया
दिवाली के उपलक्ष्य में एवं कोरोना महामारी से प्रभावित परिवारों तक मदद पहुँचाने के उद्देश्य से संस्था “दानपात्र” के 5 हजार से ज्यादा वालंटियर्स द्वारा हाल ही में दिवाली के उपलक्ष्य में 1 ही दिन में इंदौर एवम इंदौर के बाहर के अलग अलग क्षेत्रों में रहने वाले जरूरतमंद परिवारों तक कपड़े ,राशन ,खिलौने ,किताबें ,जूते एवं घर का अन्य सामान पहुंचाकर लगभग 2.5 लाख जरूरतमंद परिवारों की मदद की गयी जिसके लिए “दानपात्र” का नाम एक्सक्लूसिव वर्ल्ड रिकॉर्ड में दर्ज हुआ है इससे पहले भी संस्था के हजारों वालंटियर्स द्वारा स्वतंत्रता दिवस के उपलक्ष्य में 1 ही दिन में 1.5 लाख जरूरतमंद परिवारों तक मदद पहुंचाई गई थी । हाल ही में टीम द्वारा 16 जनवरी को ठंड से परेशान हो रहे लगभग 1 लाख जरूरतमंद परिवारों तक कपड़े , राशन एवम अन्य जरूरत का सामान पहुंचाकर मदद की गई