अगर हम यूक्रेनी में भारत की छवि के बारे में बात करते हैं तो वहां नफरत की धारणा नजर आने की ज्यादा सम्भावनाएँ नजर आती है। लेकिन जापान में जी7 बैठक में यूक्रेन के राष्ट्रपति ज़ेलेंस्की का एक अलग भाव था। रूस और यूक्रेन के बीच युद्ध के बाद ज़ेलेंस्की और नरेंद्र मोदी के बीच यह एक महत्वपूर्ण बैठक थी।
यूक्रेन के राष्ट्रपति ने बैठक के बारे में क्या कहा।
उन्होंने ट्वीट किया कि भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ बैठक हुई। मैंने उन्हें यूक्रेन शांति सूत्र पहल की जानकारी दी और समझौते में शामिल होने के लिए आमंत्रित किया है।मैंने यूक्रेन को मानवीय सहायता के लिए भारत का धन्यवाद किया।मैंने यूक्रेन की मानवीय जरूरत और मोबाइल अस्पतालों की आवश्यकता के बारे में बात की है। मैंने अंतरराष्ट्रीय संगठन में यूक्रेन की संप्रभुता और अखंडता को बनाए रखने के लिए उन्हें धन्यवाद दिया।यूक्रेन की क्षेत्रीय अखंडता और संप्रभुता का सम्मान यूक्रेन के राष्ट्रपति का बड़ा बयान है। अब तक हुए सभी समझौतों के लिए यह सकारात्मक संदेश है जहां भारत ने हमेशा अपना पक्ष न्यूट्रल रखा है।
भारत ने कहा कि यूक्रेन युद्ध के समाधान के लिए हम जो भी करना होगा करेंगे। रूस ने यूक्रेन को F16 लड़ाकू विमान उपलब्ध नहीं कराने पर अमेरिका को चेतावनी दी थी।लेकिन अमेरिका और G7 देशों को यूक्रेन और उसकी सेना पर भरोसा है और उन्होंने यूक्रेन युद्ध के लिए F16 फाइटर जेट की आपूर्ति को मंजूरी दे दी है। यूक्रेन की सेना को जल्द मिलेगा F16 फाइटर जेट का प्रशिक्षण।रूस के पास कोई विकल्प नहीं है और उनकी चेतावनियों में कोई खतरा नजर नहीं आता है।