हां, आपने सहीं सुना। वाल्दिमिर पुतिन अंतरराष्ट्रीय आपराधिक अदालत में आरोपी हैं। अंतरराष्ट्रीय आपराधिक न्यायालय उस व्यक्ति के खिलाफ खड़ा होता है जिसने युद्ध अपराध और अमानवीयता काम किया है।दक्षिण अफ्रीका में गिरफ्तार होंगे पुतिन?आइए पता करते हैं क्या है मामला?
पुतिन पर क्या है आरोप ?
दावे के मुताबिक, पुतिन पर अपहरण का आरोप है। वाल्दिमिर पुतिन और मारिया लवोवा बेलोवा जो की रूस में बच्चों के राईट की कमीशनर हैं। दोनों पर यूक्रेन में रूस के आक्रमण के दौरान अवैध अपहरण और बच्चों को रूस ले जाने का आरोप लगाया गया है। अंतरराष्ट्रीय आपराधिक अदालत ने पुतिन को गिरफ्तार करने का आदेश दिया है।
वास्तव में रूसी राष्ट्रपति ने सुरक्षा उद्देश्यों के लिए यूक्रेन में अकेले रह गए बच्चों को निकाला और उन्हें रूस में ले जाकर रखा।यह निर्णय एक गलत निर्णय साबित हो गया क्योंकि पश्चिमी देशों ने पुतिन पर अपहरण का आरोप लगाया। उसके बाद पुतिन ने इन सभी बच्चों को धीरे धीरे वापस भेजने का काम कर रहें हैं।
दक्षिण अफ्रीका में गिरफ्तारी क्यों ?
अंतरराष्ट्रीय आपराधिक न्यायालय का मुख्यालय नीदरलैंड में है। अंतरराष्ट्रीय आपराधिक अदालत ने अपने सभी सदस्यों को पुतिन को गिरफ्तार करने का आदेश दिया। भारत और चीन आईसीसी का हिस्सा नहीं हैं। लेकिन ब्राजील और दक्षिण अफ्रीका आईसीसी के सदस्य हैं।ब्रिक्स देशों में ब्राजील, रूस, भारत, चीन और दक्षिण अफ्रीका शामिल हैं। पुतिन दक्षिण अफ्रीका में ब्रिक्स के 15वें शिखर सम्मेलन में शामिल होने जा रहे हैं। यह सम्मेलन 22 से 24 अगस्त 2023 के बीच आयोजित किया जाएगा। दक्षिण अफ्रीका अब फंस गया है।
क्योंकि साउथ अफ्रीका एफएटीएफ की ग्रे लिस्ट में है और अगर पुतिन की गिरफ्तारी साउथ अफ्रीका में नहीं होगी तो इस लिस्ट से निकलना मुश्किल होगा।इस बात की कई संभावनाएं हैं कि दक्षिण अफ्रीका आईसीसी से हट जाए।क्योंकि एक तरफ रूसी सरकार ने कहा कि अगर कोई देश उनके राष्ट्रपति को गिरफ्तार करता है तो रूस उस देश पर हमला करेगा। दक्षिण अफ्रीका के लिए कोई विकल्प नहीं है।
अब साउथ अफ्रीका का क्या फैसला होता है ये आने वाले समय में देखने को मिलेगा।क्योंकि पुतिन दक्षिण अफ्रीका में 15वें ब्रिक्स शिखर सम्मेलन में भाग लेने के लिए तैयार हैं। यूक्रेन ने दक्षिण अफ्रीका में पुतिन की गिरफ्तारी की मांग की है।