समाजवादी पार्टी के प्रतिनिधि मंडल ने डीजीपी से मुलाकात कर पार्टी के वरिष्ठ नेता आजम खान एवं अन्य नेताओं पर दर्ज मुकदमे वापस लेने की मांग की।
आजम खान के खिलाफ हाल में दर्ज किए गए गवाह को धमकाने समेत 2 मुकदमे वापस लेने की मांग को लेकर समाजवादी पार्टी प्रतिनिधिमंडल ने यूपी के डीजीपी से मुलाकात की है। सपा नेताओं का कहना है कि कोर्ट में चल रहे एक मामले के गवाह की ओर से आजम खान के खिलाफ निराधार और झूठी एफआईआर दर्ज कराई गई है।
पार्टी नेता नरेश उत्तम की अगुवाई में सपा प्रतिनिधिमंडल डीजीपी से मिला।
प्रतिनिधिमंडल ने कहा कि पूर्व मंत्री आजम खान का स्वास्थ्य काफी दिनों से अत्यंत खराब है। वह मेदांता अस्पताल लखनऊ में भर्ती थे। स्वास्थ्य सम्बन्धी गंभीर दिक्कतों से पीड़ित आजम खान चलने-फिरने में भी पूरी तरह से समर्थ नहीं हैं। ऐसे में उनके खिलाफ गवाह को धमकाने का आरोप पूरी रह बेबुनियाद है।
सपा नेताओं ने कहा कि आजम खान के खिलाफ कई अन्य मुकदमे भी विचाराधीन हैं। उन मामलों में वह कोर्ट में उपस्थ्िात होते रहे हैं। उनके खिलाफ गवाह को धमकाने और डराने का आरोप पूरी तरह निराधार है। प्रतिनिधिमंडल ने मुकदमा वापस लेने की मांग की।
प्रतिनिधिमंडल ने बताया कि विभिन्न स्थानों पर पुलिस दुर्भावना ग्रस्त होकर कार्य कर रही है। इस दौरान पार्टी कार्यकर्ताओं पर गलत तरीके से मुकदमे दर्ज किए जा रहे हैं। प्रतिनिधिमंडल में विधायक मनोज पांडे, रविदास मेहरोत्रा आदि शामिल थे।
बता दें कि कुछ दिन पहले आजम खान के बेटे और स्वार सीट से सपा विधायक अब्दुल्ला आजम ने भी इस मामले में एसपी से मुलाकात कर मुकदमे वापस लेने की मांग की थी।
सपा प्रतिनिधि मण्डल डीआईजी से मिलकर बाहर आते हुए किया था प्रेस कॉन्फ्रेंस
सपा नेता आज़म खान पर रामपुर में दर्ज हुए मुकदमों को लेकर सपा के डेलिगेशन ने डीआईजी मुरादाबाद मंडल से की थी मुलाकात। आज़म खान के बेटे और स्वार टांडा के विधायक अब्दुल्ला आज़म, सपा सांसद एसटी हसन के साथ कई सपा विधायक भी मौजूद थे। इस दौरान आजम खान पर मुकदमे दर्ज करने को लेकर सपा नेताओं ने नाराजगी जताई थी। इस मौके पर अब्दुल्ला आजम ने कहा इंसाफ नहीं मिलेगा तो अदालत जायेंगे और सड़कों पर भी आयेंगे।
3 साल पहले मुकदमें करने का तमाशा दोबारा शुरू करने की कोशिश
सपा प्रतिनिधि मंडल के साथ मौजूद अब्दुल्लाह आजम ने कहा कि आजम खान बीमार हैं और उनका इलाज चल रहा है। ऐसे में किसी को धमकाने का सवाल ही नहीं उठता। उन्होंने कहा कि 3 साल पहले मुकदमे करने का जो तमाशा बनाया गया था, वही दौर शुरू करने की कोशिश की गई है। इसी को लेकर आपत्ति दर्ज कराई गई है। इंसाफ मिले और अगर नहीं मिलेगा तो लोगों की मजबूरी है कि वह सड़कों पर आएं। पिछले 3 साल में प्रशासन और पुलिस का जो रवैया हमारे साथ रहा है, वह सब जानते हैं।
उनके साथ मौजूद सांसद एसटी हसन ने कहा था कि पूरे हिंदुस्तान को मालूम है कि आजम खान को प्रेशराइज किया जा रहा है। मुर्गी चोरी और भैंस चोरी जैसे मुकदमों के गवाहों को धमकाने में दो मुकदमे लगा दिए गए। इसमें हम जांच और इंसाफ की उम्मीद करते हैं।