कानपुर: मेडिकल कॉलेज में प्रस्तावित एपेक्स ट्रामा सेंटर से कानपुर रीजन के सभी हाईवे, रिंग रोग और लखनऊ एक्सप्रेस-वे को कनेक्ट किया जाएगा। जीएसवीएम ने ट्रामा सेंटर के लिए 9950 वर्गमीटर जगह भी चिह्नित कर ली है।
केंद्र और राज्य सरकार इसकी मंजूरी पहले ही दे चुकी है। भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (एनएचएआई) ने पहले भी मेडिकल कॉलेज से ट्रामा इंजरी पर घायलों के आपात प्रबंधन पर प्रोजेक्ट मांगा था, जिसे बनाकर एनएचएआई को दिया गया था। उसी के बाद मंत्रालय ने मंत्रणा की और अब उस पर सहमति दे दी है। दिल्ली में बुधवार को बैठक की गई है जिसमें स्वास्थ्य मंत्रालय के अधिकारियों को भी बुलाया गया है। संबंधित हाईवे पर पर होने वाले हादसों में घायल लोगों को रेस्क्यू कर ट्रामा सेंटर लाया जाएगा। इसके लिए एम्बुलेंस सेवा अलग से शुरू की जाएगी। ट्रामा सेंटर से कानपुर रीजन से निकलने वाले दिल्ली, प्रयागराज, लखनऊ, अलीगढ़ हाईवे, रिंग रोड और लखनऊ एक्सप्रेस-वे को जोड़ा जाएगा। एनएचएआई के प्रवक्ता के मुताबिक इसकी सहमति दे दी गई है। ट्रामा सेंटर बनाने का रास्ता आसान हो जाएगा।
मेडिकल कॉलेज के न्यूरो सर्जरी हेड डॉ. मनीष सिंह के मुताबिक एनएचएआई को रिपोर्ट पहले दी गई थी।
एक नजर ट्रामा सेंटर पर
- 312 करोड़ से सात मंजिला एपेक्स ट्रामा सेंटर जीएसवीएम सुपर स्पेशियलिटी पीजीआई के बगल में बनेगा।
- 200 बेड फंडिंग एनएचएम से होंगे, इसके साथ ही 50 बेड का डिजास्टर मैनेजमेंट वार्ड भी होगा।
- न्यूरो, सर्जरी, एनेस्थीसिया, दंत रोग, कार्डियक सर्जरी, इमरजेंसी मेडिसिन, ट्रैमोटोलॉजी समेत दस विभाग होंगे।