गुयाना में तेल उत्पादन शुरू कर सकता है भारत। एस जयशंकर गुयाना के तीन दिवसीय दौरे पर थे। मुख्य उद्देश्य तेल सौदे को सकार करना था। आइए समझते हैं कि यह सब कैसे संभव हुआ।
गुयाना तेल सौदा।
गुयाना में 11 अरब बैरल तेल भंडार है। यह भारत की 6 साल की जरूरत को पूरा कर सकती है।भारत ने रियायत मूल्य के लिए प्रस्ताव को आगे बढ़ाने का प्रस्ताव दिया। क्योंकि गुयाना से तेल लेकर आने में भारत को भारी कीमत परिवहन पर चुकानी पड़ सकती है। पनामा और स्वेज़ नहर के जरिए इसे लाया जा सकता है जो की बहुत लम्बा रास्ता है।गुयाना रियायती मूल्य के लिए तैयार नहीं है। लेकिन गुयाना ने अच्छा सौदा दिया है जिससे गुयाना में होने वाले नीलामी में भारत शामिल हो सकता है। गुयाना में 14 तेल ब्लॉकों की बोली लगने वाली है।
गुयाना और भारत साझेदारी और विकास के लिए आगे बढ़ रहे है।संसाधनों की खरीद के लिए भारत कई देशों में पहुंच रहा है।ये सभी दक्षता के साथ भारतीय अर्थव्यवस्था को बढ़ावा देते हैं।भारत सरकार मध्य अफ्रीका और पूर्वी और पश्चिमी अफ्रीका से तेल खरीदना पसंद करेगी।गुयाना तेल सौदे में शामिल होगी ओएनजीसी कंपनी।