इतने निवेश के बाद चीन पाकिस्तान आर्थिक गलियारा अब संकट में है। चीन परियोजना के बारे में बात नहीं कर रहा है। इस परियोजना में करीब 65 अरब डॉलर का निवेश किया गया है। इमरान खान की गिरफ्तारी के बाद चीन में इमरान खान की खबरों पर मुहर लग गई है। चीन समाचार एजेंसी से आज तक कोई लेख या समाचार नहीं आया है।
असफलता का कारण।
चीन ने पाकिस्तान में बहुत अधिक धन का निवेश किया है। इस सारे निवेश के बाद पाकिस्तान की आर्थिक स्थिति को नुकसान हुआ है। पाकिस्तान में 65 अरब डॉलर का चीन पाकिस्तान आर्थिक गलियारा विफल होता नजर आ रहा है। अगर हम परियोजना की शुरुआत 2013 के बारे में बात करते हैं तो भारतीय अर्थव्यवस्था को नीचे करने के लिए बहुत अधिक मकसद था लेकिन अब यह सब अलग है। चीनी कार्यकर्ता पर हाल के हमलों का भी दोनों देशों पर प्रभाव पड़ा है। पाकिस्तान का कर्ज लगभग 234 बिलियन डॉलर बढ़ गया है जो कि जीडीपी का 109 प्रतिशत है।
पाकिस्तान पर चीन से जुड़ा 30% विदेशी कर्ज था जो बहुत बड़ा है। चीन ने अब पाकिस्तान का कर्ज चुकाने से इनकार कर दिया।चीन भी कर्ज का सामना कर रहा है और बुनियादी ढांचे के निवेश में दूसरों की मदद नहीं कर सकता है। पाकिस्तान की अस्थिरता भी चीन पाकिस्तान आर्थिक गलियारा परियोजना को रोकने का कारण बनी है।अभी के लिए चीन अपने सैन्य और आर्थिक निवेश पर अधिक ध्यान केंद्रित कर रहा है।