हरियाणा पुलिस ने नूंह जिले के साइबर क्राइम हॉट स्पॉट क्षेत्रों में कई छापे मारे और 125 साइबर अपराधियों या हैकरों को गिरफ्तार किया। नूंह जिला राजस्थान के भरतपुर और उत्तर प्रदेश के मथुरा से जुड़ा हुआ है। जो दिल्ली से ज्यादा दूर नहीं है। इस जुड़े हुए क्षेत्र को दूसरा जामताड़ा कहा जा रहा है।
क्या मामला है ?
टेलीफोनी की अलग अलग सिग्नल से कॉलर की लोकेशन ट्रेस करना मुश्किल हो जाता है और ब्लैकस्पॉट बन जाता है। जिसका फायदा ये साइबर क्राइम वाले उठाते हैं। अक्सर ये सब वही जगह चुनते हैं जहाँ पर बार्डर क्षेत्र हो जिससे इनका काम आसान रहे। 102 पुलिस टीम जिसमें 5000 पुलिस कर्मी शामिल थे उन्होंने 14 गांवो पर एकसाथ रेड डाली थी। वहां से एटीएम कार्ड, फोन, लैपटॉप, आधार कार्ड और एटीएम स्वाइप मशीन जब्त की गई । पुलिस ने एक इनामी अपराधी को गिरफ्तार किया है।ऑपरेशन गुरुवार रात 11:30 से शुरू हुआ जो 24 घंटे तक चला। नाइ गांव से 31 साइबर अपराधी गिरफ्तार किए गए है।
ऑपरेशन का कारण ?
हरियाणा में साइबर क्राइम ने 13 महीने के अंदर 335 करोड़ की ठगी की है। इस अपराध में 69 आरोपी थे।
लेकिन हरियाणा पुलिस ने 125 लोगों को गिरफ्तार किया है।मौके से कुछ पिस्टल, कारतूस, मोटरसाइकिल और कार बरामद की गई है।
1 जनवरी 2022 से 31 दिसंबर 2022 तक साइबर क्राइम की शिकायत 67,784 है। जिसमें 31,087 को समाप्त किया जा चुका है तथा 33,532 लंबित हैं। 301 करोड़ रुपए की धोखाधड़ी का शिकायत है जिसमें 47 करोड़ की वसूली हुई है।साइबर अपराध श्रृंखला की तरह फैल रहा है। सुरक्षा के लिए सरकार की ओर से दी जाने वाली सावधानियों और सुझावों का पालन करना चाहिए।