उत्तर प्रदेश: बस्ती जिले में एक हैरान करने वाला मामला सामने आया है। प्राथमिक विद्यालय बावरपारा में नौनिहालों के भविष्य के साथ खिलवाड़ किया जा रहा है। समय से विद्यालय पर शिक्षकों के न पहुंचने से ताला लटका रहता है। विद्यार्थी बाहर खेलते हैं। इसकी शिकायत गांव के प्रधान शमीम ने खंड शिक्षाधिकारी की, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई। हालांकि बीएसए ने कहा है कि जांच कराकर कार्रवाई की जाएगी।
शासन के निर्देश पर प्राथमिक विद्यालयों के खुलने का समय सुबह आठ बजे तय है, लेकिन प्राथमिक विद्यालय बावरपारा में तैनात शिक्षकों के लिए समय मायने नहीं रखता। विद्यालय में प्रधानाध्यापक, दो सहायक शिक्षक व एक शिक्षामित्र तैनात हैं।
प्रधानाध्यापक उमाशंकर त्रिपाठी ने बताया कि प्रधान का बेबुनियाद है। विद्यालय में चहारदीवारी का निर्माण चल रहा है। जमीन को लेकर कुछ विवाद है, इसी को लेकर आरोप लगाए जा रहे हैं।
शिक्षा के स्तर को सुधारने के लिए प्रशासन द्वारा भले ही तरह-तरह के प्रयास किये जा रहे हों, पर शिक्षकों की लापरवाही से सारे मंसूबे फेल हो रहे हैं। शिक्षकों की इस लापरवाही का खामियाजा बच्चों को भुगतना पड़ रहा है. शिक्षकों की इस तरह की मनमानी का असर बच्चों के भविष्य पर पड़ रहा है।
बीएसए डॉ. इंद्रजीत कुमार प्रजापति ने बताया कि मामला संज्ञान में आया है। पूरे मामले की जांच कराई जा रही है। दोषी पर कार्रवाई की जाएगी।