बस्ती : परिषदीय स्कूलों में शैक्षिक गुणवत्ता सुधारने के तमाम प्रयासों पर पुस्तकों की अनुपलब्धता भारी पड़ रही है। शैक्षिक सत्र के करीब पांच माह बीतने के बाद भी अधिकांश विद्यालयों में बच्चों को पुस्तकें उपलब्ध नहीं हो सकी हैं। इससे उनकी पढ़ाई प्रभावित हो रही है।
पांच माह के लंबे इंतजार के बाद किताबों का वितरण परिषदीय स्कूलों में शुरू हो गया है। मुख्यालय से अभी तक जनपद को कुल डिमांड का करीब 28 फीसदी ही किताबों की आपूर्ति की जा सकी है। जनपद से बीआरसी पर किताबों को भेज दिया गया है। यहां से विद्यालयों पर किताबें पहुंच रही हैं। लेकिन इनमें कुछ कक्षाओं की किताबें गायब हैं तो किसी भी कक्षा की पूरी किताबें नहीं मिल सकी है।
बेसिक शिक्षा अधिकारी डॉ. इन्द्रजीत प्रजापति ने बताया कि जिले स्तर पर आईं करीब साढ़े चार लाख किताबों को सभी ब्लॉकों की बीआरसी पर भेज दिया गया है। सभी खंड शिक्षा अधिकारियों से वितरण की रिपोर्ट मांगी गई है।
नगर पंचायत कप्तानगंज इलाके के प्राथमिक विद्यालय नकटीदेई में किताब पहुंची हैं। प्रधानाध्यापिका कंचन माला त्रिपाठी ने बताया कि कुछ किताबें मिली हैं, जिन्हें बच्चों में वितरित कर दिया गया है। प्राथमिक विद्यालय भलुहिया पर किताबें बच्चों के हाथ में दिखी। प्रधानाध्यापक ओम प्रकाश ने बताया कि जो किताबें आई थीं, उन्हे लाकर वितरित कर दिया गया है। सल्टौआ में कक्षा एक और चार की एक भी किताब की आपूर्ति नहीं हुई है।
प्राथमिक विद्यालय सल्टौआ द्वितीय में बच्चे बिना किताब के पठन-पाठन करते गुरुवार को नजर आए।
यहां सिर्फ कक्षा 5 में एक किताब आई है। कक्षा 4 की एक भी किताब नहीं आई है। कक्षा 3 की सिर्फ एक किताब गणित की अंको का जादू, कक्षा 2 की एक किताब गिनतारा आई है।
दुबौलिया ब्लॉक के कम्पोजिट कन्या पूर्व माध्यमिक विद्यालय दुबौलिया के प्रधानाध्यापक शैलेंद्र सिंह ने बताया कि कक्षा एक की एक भी किताब नहीं मिली।
कक्षा दो एवं तीन में गणित विषय, पांच में हिन्दी, कक्षा 6 एवं 7 में हिन्दी इतिहास एवं हमारे आदर्श विषय की किताब मिला है। कक्षा आठ में केवल 4 विषय की किताब मिली है। बीआरसी कप्तानगंज पर विभिन्न कक्षाओं की कुछ किताबों की ही आपूर्ति अभी तक हो सकी है।