सिद्धार्थ नगर (डुमरिया गंज): तीन दिन से हो रही बारिश से जहां खेतों में पानी भर गया है। वहीं, सूखे से फसल बर्बाद होने की आशंका में चिंतित किसानों के दिल भी खुशी से भर उठे हैं। किसानों के मुताबिक इस बारिश ने फसल में जान डाल दी है। अब खेतों में फिर से हरियाली लौटे आएगी। कृषि विज्ञानी भी बारिश को हर तरीके से फायदेमंद बता रहे हैं। मौसम का मिजाज बदलने से लोगों को गर्मी और उमस से राहत मिली है। जिला प्रशासन एवं मौसम विभाग की रिपोर्ट के अनुसार बृहस्पतिवार सुबह 8:30 बजे तक 24 घंटे में 70.2 मिमी बारिश दर्ज की गई। बांसी में सर्वाधिक 122, नौगढ़ में 48, डुमरियागंज में 16.5, इटवा में 25 व शोहरतगढ़ में 26 मिमी बारिश दर्ज की गई। इसके बाद भी रुक रुककर बारिश होती रही।
मंगलवार शाम से बृहस्पतिवार शाम तक जिले में 70 मिली मीटर बारिश दर्ज की गई है।
कंचनपुर निवासी किसान मानिक राम मौर्या ने बताया कि बारिश के कारण लागत में कमी आएगी। वहीं, वातावरण पौधों के अनुकूल होने के कारण उनका विकास तेजी से होगा। खेतों में हरियाली लौटने की आस बारिश ने पूरी कर दी है। अब एक बार और फसलों को उर्वरक देने के बाद धान में बालियां निकल आएंगी। कृषि विज्ञान केंद्र के वैज्ञानिक डॉ. विनोद बहादुर सिंह बताते हैं कि यह बारिश हर तरीके की फसलों के लिए फायदेमंद है। अभी तक तापमान अधिक होने के कारण पौधे बढ़ नहीं रहे थे। बारिश से खेतों में पर्याप्त नमी आ गई है।
जिला कृषि अधिकारी सीपी सिंह ने बताया
धान की बची 35 से 40 फीसदी फसल के लिए बारिश अमृत के समान है। जो फसलें सूखे की चपेट में आ गई है उसने उम्मीद नहीं की जा सकती है। वह देखने में भले ही हरी हैं या बारिश से हो जाएंगी लेकिन उनमें उत्पादन देने की क्षमता नहीं होगी।
Sarajuddin Khan
Content Writer from Siddharth Nagar UP. INDIA